यही वह पल था जिसने मुझे प्रेरणा दी
23 जनवरी, 2019 को मेरी पत्नी मोनिका का Vaginal Hysterectomy ऑपरेशन होना था। 22 जनवरी की शाम मोनिका और मैं दोनों सीनियर डॉक्टर्स के सामने खड़े थे, डॉक्टर्स हमें समझा रहे थे कि अगर मोनिका के गर्भाशय (बच्चादानी) को नहीं निकाला गया तो उसमे अल्सर या कैंसर बन सकता है।
मोनिका के साथ साथ मैं भी भावुक था, क्योंकि मोनिका अपने गर्भाशय (बच्चादानी) को लेकर भावुक थी। अब तक मोनिका को समझ आ गया था कि गर्भाशय (बच्चादानी) को निकाल देने में ही भलाई है, व्यर्थ में भावुक होने का कोई लाभ नहीं है। यही वह पल था जिसने मुझे प्रेरणा दी की गर्भाशय (बच्चादानी) निचे खिसक जाना (Uterine Prolapse) की जानकारी और जागरूकता की बहुत आवश्यकता है। मुझे ऐसा आभास हुआ कि मैं इस विषय पर हिंदी इंग्लिश सरल शब्दों में ब्लॉग एवं फेसबुक के जरिये जानकारी और जागरूकता फैला सकता हूँ।निम्नलिखित लिंक्स (links) में गर्भाशय (बच्चादानी) निचे खिसकने की 4 स्तर (4 degrees) के बारे में बताया गया है :
- https://uterineprolapsebymanojkumarvitthal.blogspot.com/p/blog-page_11.html
- https://pregnancy.lovetoknow.com/pregnancy-health-exercise/prolapsed-uterus
गर्भाशय (बच्चादानी) निचे खिसकने का चौथा स्तर ऐसा था कि जिसमे गर्भाशय (बच्चादानी) को काट कर बाहर निकालने के अलावा और कोई चारा ही नहीं बचा था मोनिका के केस में। मुझे लगता है कि अगर गर्भाशय (बच्चादानी) निचे खिसक जाना (Uterine Prolapse) और उसके भयंकर परिणामों की जानकारी पहले से हो तो गर्भाशय (बच्चादानी) निचे खिसकने के दूसरे, तीसरे, चौथे स्तर से बचा जा सकता है।
Comments
Post a Comment